प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय ‘शिव शक्ति भवन सादाबाद में आज दिनांक 23 दिसंबर 2019 को राष्ट्रीय किसान दिवस बड़े ही धूमधाम से मनाया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि कृषि समृद्धि आयोग सदस्य उत्तर प्रदेश भ्राता ऋषि जयसवाल जी ने कहा कि वर्तमान समय किसानों को जागरूक होने की आवश्यकता है। किसानों को ब्रह्माकुमारीज द्वारा सिखाए जा रहे शाश्वत योगिक खेती को अपनी फसल में प्रयोग करना चाहिए। परमात्मा की याद में उपजाया हुआ अन्न बहुत ही शुद्ध और पवित्र होता है । गोबर की खाद और गोमूत्र का प्रयोग फसलों में करना चाहिए। इसके अलावा उन्होंने सरकारी योजनाएं जो किसानों तक पहुंचाने के लिए किसानों को अवगत कराया।
धौलपुर राजस्थान से आए हुए ब्रह्माकुमार सत्य प्रकाश भाई जी ने शाश्वत योगिक खेती के बारे में बताते हुए कहा कि वर्तमान समय आज किसान अपनी फसल में केमिकल युक्त खाद व कीटनाशक दवा का प्रयोग कर अनाज को विषेला बना रहा है । जिसका परिणाम आज बीमारियाँ दिनों दिन बढ़ती जा रही हैं। अगर हम याद करें कि हमारे पूर्वज गोबर की खाद और गोमूत्र का प्रयोग अपनी फसल में किया करते थे। और अन्न बहुत शुद्ध, साफ और ताकतवर होता था। ब्रह्माकुमारीज के कृषि एवं ग्राम विकास प्रभाग ने सभी किसान साथियों शाश्वत योगिक खेती करने की प्रेरणा दे रहा है । इसका प्रैक्टिकल उदाहरण है हजारों किसान विशेषकर पंजाब हरियाणा महाराष्ट्र और राजस्थान आदि में यह प्रयोग हो रहा है । अगर जीवन में परिवर्तन लाना है तो शाश्वत योगिक खेती करना अत्यंत आवश्यक है।
उप क्षेत्रीय आगरा संयोजिका ग्राम विकास एवं सादाबाद प्रभारी ब्रह्माकुमारी भावना बहनजी ने कहा कि ब्रह्माकुमारीज राजयोग ध्यान के माध्यम से योगिक खेती ऐसी कृषि पद्धति है । जिसमें मन को परमात्मा से जोड़कर राजयोग की शक्ति का प्रयोग न केवल मनुष्य आत्माओं पर बल्कि जीव जंतुओं, पेड़ पौधों पर करते हुए संपूर्ण प्रकृति को चार्ज किया जा सकता है। यौगिक खेती पद्धति जीवन जीने की कला सिखाती है। जिसमे अनेक किसानों को अपना जीवन परिवर्तन किया है ।
सादाबाद तहसीलदार श्री टीपी सिंह जी ने कहा आज के दिन भारत के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी का जन्मदिन है । वह भी एक किसान थे । जो किसानों की धड़कन कहे जाते हैं। बहुत ही सरल और साधारण व्यक्तित्व के धनी थे। प्रधानमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने भारतीय किसानों के जीवन में सुधार के लिए कई नीतियां प्रस्तुत की।
सादाबाद उप जिलाधिकारी श्री राम मिश्र ने कहा कि किसान को भारत की आत्मा कहा जाता है । इसे अन्नदाता की उपाधि प्राप्त है। कृषि विज्ञान का जीवन है यही इसकी आराधना है । और यही इसकी शक्ति है । भारतीय किसानों को धरती माता का सपूत कहा जाता है । इसका जीवन धरती की तरह का करुणा का सागर है । किसान जब खेत में मेहनत करके अनाज पैदा करता है, तभी वह हमारी थालियों तक पहुंच पाता है । यदि भारत को उन्नतिशील और सबल राष्ट्र बनाना है तो पहले किसानों को और आत्मनिर्भर बनाना होगा।
मुरसान के पूर्व चेयरमैन श्री गिरिराज किशोर शर्मा जी ने कहा कि जब कोई अन्नदाता को थैंक्स कहता है तो उन्हें बहुत अच्छा लगता है। जब भी आप खाना खाए बस दिल से दुआ करना है अन्नदाता सुखी भव: जब कोई खाना अच्छा बनता तो कहते हैं क्या स्वाद है लेकिन याद कीजिए उस किसान को जिससे अन्न उपजाया । इस तरह देश के हरेक नागरिक में भी किसानों के प्रति आभार की भावना जगा जगानी चाहिए । उन्होंने माउंट आबू का उदाहरण देते हुए कहा कि मैंने खुद अपनी आंखों से प्रैक्टिकल देखा है कि वहां एक बड़े क्षेत्र में शाश्वत योगिक खेती हो रही है और लोग उसका फायदा उठा रहे हैं।
इसके अलावा बैंक के मैनेजर श्री विवेक शर्मा जी ने भी अपना वक्तव्य रखा । कार्यक्रम में आए हुए किसान भाई श्री विजय सिंह ताजपुर, कृष्णराव इसौदा, विजय सिंह विजेंद्र भाई नगला घनी, बच्चू सिंह न.घनी, शिवकांत त्रिपाठी, बबलू सिंह चौहान, प्रमोद कुमार ताजपुर, रणवीर सिंह मढ़का, राजू जयसवाल आदि का शॉल व पुष्प और ईश्वरीय सौगात देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम से पूर्व प्रोजेक्टर शो द्वारा शाश्वत योगिक खेती की वीडियो क्लिप दिखाई गई। इसके उपरांत कार्यक्रम में मंच पर उपस्थित मंचासीन सभी अतिथियों का स्वागत फूल, माला, व बेज पहनाकर किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ किसानों के मसीहा चौधरी चरण सिंह की स्मृति से किया गया।